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Showing posts from September, 2021

रचनाकार के बारे में

सुप्रिया वर्मा शिक्षा - स्नातक (अध्ययनरत द्वितीय वर्ष) पता - अमरुतिया-25, न.पा.प.-महराजगंज, पो. व जनपद-महराजगंज (उत्तर प्रदेश) प्रमुख साहित्यिक विधायें - कविता, कहानी, निबंध प्रमुख कविताएं - मॉ, बचपन, रात, कभी, यायावर मन प्रमुख कहानियां - चंचल, महक मिट्टी की आत्म-कथ्य - कविताएं उन अनुभूतियों का साक्षात्कार हैं जो कल्पनाओं से शब्द लेकर यथार्थ-क्षिति पर विचरती हैं। अहसास जब राग-रागिनियां बन जाती हैं तब जिंदगी भी एक कविता बन जाती है।

दो शब्द

कविताएं उन अनुभूतियों का साक्षात्कार हैं जो कल्पनाओं से शब्द लेकर यथार्थ-क्षिति पर विचरती हैं। अहसास जब राग-रागिनियां बन जाती हैं तब जिंदगी भी एक कविता बन जाती है।

मन के हरसिंगार

 

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